द्रोणाचार्य
पुरस्कार 1985 से
ऐसे जानेमाने
प्रशिक्षकों
(कोच) को दिया
जाता है,
जिन्होंने
सफलतापूर्वक
खिलाड़ियों या
टीमों को
प्रशिक्षित
किया, जिसकी
वजह से उन्होंने
अंतर्राष्ट्रीय
प्रतिस्पर्धाओं
में बेहतरीन
सफलता हासिल
की। वर्ष 2002 में
शुरू किए गए
ध्यान चंद
पुरस्कार, खेल-कूद
में लाइफटाइम
एचीवमेंट के
लिए दिया जाता
है। यह
पुरस्कार ऐसे
खिलाड़ियों
को दिया जाता
है, जिन्होंने
अपने
प्रदर्शन से
खेल के
क्षेत्र में
योगदान दिया
और खेल जीवन
से सन्यास
लेने के बाद
भी खेल-कूद को
बढ़ावा देने
में सक्रिय
भूमिका
निभाते रहे। वर्ष
2009 से राष्ट्रीय
खेल
प्रोत्साहन
पुरस्कार प्रदान
किए जाते हैं।
खेल विकास में
सरकारी और
निजी क्षेत्र की
संस्थाओं तथा
गैर-सरकारी
संगठनों के
योगदान को
सम्मानित
करने के लिए
यह पुरस्कार
दिया जाता है।
राष्ट्रीय
खेल
प्रोत्साहन
पुरस्कार की
चार श्रेणियां
हैं, इनके नाम
हैं-नये/युवा
प्रतिभा की
पहचान कर उसे
विकसित करना,
कार्पोरेट,
सामाजिक
जिम्मेदारी
के जरिए खेल
को बढ़ावा
देना,
खिलाड़ियों
को रोजगार और
खेल कल्याण के
उपाय तथा
विकास के लिए
खेल-कूद। समिति
की सिफारिश के
आधार पर और
आवश्यक जांच पड़ताल
के बाद सरकार
ने
निम्नलिखित
प्रशिक्षकों,
व्यक्तियों
और संस्थाओं
को 2015 के लिए द्रोणाचार्य
पुरस्कार,
ध्यान चंद
पुरस्कार और
राष्ट्रीय
खेल
प्रोत्साहन
पुरस्कार
प्रदान करने
को मंजूरी दी
है।
(i)
द्रोणाचार्य
पुरस्कार 2015
क्रं.
सं.
|
प्रशिक्षक
का नाम
|
विधा
|
1
|
श्री
नवल सिंह
|
एथलेटिक्स-पैरा-स्पोर्ट्स
|
2
|
श्री
अनूप सिंह
|
कुश्ती
|
3
|
श्री
हरबंस सिंह
|
एथलेटिक्स – लाइफटाइम
|
4
|
श्री
स्वतंत्र
राज सिंह
|
मुक्केबाजी-
लाइफटाइम
|
5
|
श्री
निहार अमीन
|
तैराकी-
लाइफटाइम
|
(ii) ध्यान
चंद पुरस्कार
2015
क्र.सं.
|
खिलाड़ी
का नाम
|
विधा
|
1
|
श्री
रोमियो
जेम्स
|
हॉकी
|
2
|
श्री
शिव प्रकाश
मिश्रा
|
टेनिस
|
3
|
श्री
टी.पी.पी. नायर
|
वॉलीबॉल
|
(iii) राष्ट्रीय
खेल
प्रोत्साहन
पुरस्कार 2015
क्र.सं.
|
श्रेणी
|
राष्ट्रीय
खेल
प्रोत्साहन
पुरस्कार-2015 के
लिए सिफारिश
की गई संस्था
|
1.
|
नये/युवा
प्रतिभा की
पहचान कर उसे
विकसित
करना।
|
सैन्य
प्रशिक्षण
महानिदेशालय
|
2.
|
कॉर्पोरेट
सामाजिक
जिम्मेदारी
के जरिए खेल
को बढ़ावा।
|
कोल
इंडिया
लिमिटेड
|
3.
|
खिलाड़ियों
को रोजगार और
खेल कल्याण
उपाय
|
हरियाणा
पुलिस
|
4.
|
विकास
के लिए
खेल-कूद
|
स्पोर्ट्स
कोचिंग
फाउंडेशन,
हैदराबाद
|
राष्ट्रपति
29 अगस्त, 2015 को
राष्ट्रपति
भवन में आयोजित
एक विशेष
कार्यक्रम
में इन्हें
पुरस्कृत
करेंगे। द्रोणाचार्य
और ध्यान चंद
पुरस्कार
पाने वालों को
लघु प्रतिमा
(स्टैचूएट),
प्रमाण पत्र
और पांच-पांच
लाख रुपए
पुरस्कार
राशि प्रदान
की जाएगी।
राष्ट्रीय
खेल
प्रोत्साहन
पुरस्कार
पाने वालों को
प्रमाण पत्र
और ट्रॉफी दी
जाएगी।
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