मई, 2015 में औद्योगिक विकास दर 2.7% रही

मई 2015 में औद्योगिक उत्‍पादन सूचकांक (आईआईपी) 180 अंक रहा, जो मई 2014 के मुकाबले 2.7 फीसदी ज्‍यादा है। इसका मतलब यही है कि मई 2015 में औद्योगिक विकास दर 2.7 फीसदी रही। इसी तरह वित्‍त वर्ष 2015-16 की अप्रैल-मई अवधि में औद्योगिक विकास दर 3 फीसदी आंकी गई है। सांख्यिकी एवं कार्यक्रम क्रियान्‍वयन मंत्रालय के केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय द्वारा मई, 2015 के लिए जारी किये गये औद्योगिक उत्‍पादन सूचकांक के त्‍वरित आकलन (आधार वर्ष : 2004-05) से उपर्युक्‍त जानकारी मिली है। 16 स्रोत एजेंसियों से प्राप्‍त आंकड़ों के आधार पर आईआईपी का आकलन किया जाता है। औद्योगिक नीति एवं संवर्धन विभाग (डीआईपीपी), केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण, पेट्रालियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय और उर्वरक विभाग भी इन एजेंसियों में शामिल हैं।
मई, 2015 में खनन, विनिर्माण (मैन्‍यूफैक्‍चरिंग) एवं बिजली क्षेत्रों की उत्‍पादन वृद्धि दर मई, 2014 के मुकाबले क्रमश: 2.8 फीसदी, 2.2 फीसदी तथा 6.0 फीसदी रही। वहीं, अप्रैल-मई 2015-16 में इन तीनों क्षेत्रों यानी सेक्‍टरों की उत्‍पादन वृद्धि दर क्रमश: 1.5, 3.2 तथा 2.8 फीसदी आंकी गई। मई, 2015 में बुनियादी वस्‍तुओं (बेसिक गुड्स), पूंजीगत सामान एवं मध्‍यवर्ती वस्‍तुओं की उत्‍पादन वृद्धि दर मई, 2014 की तुलना में क्रमश: 6.4, 1.8 तथा 1.2 फीसदी रही। जहां तक टिकाऊ उपभोक्‍ता सामान का सवाल है, इनकी उत्‍पादन वृद्धि दर मई, 2015 में 3.9 फीसदी नकारात्‍मक रही है। इसी तरह, गैर-टिकाऊ उपभोक्‍ता सामान की उत्‍पादन वृद्धि दर भी मई, 2015 में 0.1 फीसदी नकारात्‍मक या ऋणात्‍मक रही। कुल मिलाकर उपभोक्‍ता वस्‍तुओं की उत्‍पादन वृद्धि दर मई, 2015 के दौरान 1.6 फीसदी नकारात्‍मक आंकी गई है।

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