भारत बना वासेनर अरेंजमेंट का 42वां सदस्य

भारत के वासेनर अरेंजमेंट का 42वां सदस्य बनने से अप्रसार क्षेत्र में देश का कद बढ़ने के साथ महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकियों को हासिल करने में भी मदद मिलेगी। साथ ही, परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी) के शामिल किए जाने का दावा मजबूत होगा। वासेनार का सदस्य बनने के बाद जहां एक तरफ भारत को महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकी मिल पाएगी तो वहीं दूसरी तरफ परमाणु अप्रसार के क्षेत्र में एनपीटी पर हस्ताक्षर नहीं करने के बावजूद नई दिल्ली का रुतबा भी बढ़ेगा। 
भारत को वासेनर में शामिल करने का फैसला विएना में चली दो दिनों की बैठक में लिया गया है। इससे परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी) पर भारत का दावा और भी मजबूत होगा। है  वासेनार व्यवस्था (Wassenaar Arrangement – WA) परमाणु अप्रसार के क्षेत्र में एक सशक्त संगठन है तथा यह परम्परागत हथियारों तथा परमाणु हथियारों के निर्यात तथा प्रौद्यौगिकी हस्तांतरण पर नियंत्रण रखने वाला प्रमुख अंतर्राष्ट्रीय समूह है। इसकी स्थापना 1996 में नीदरलैण्ड्स के वासेनार नामक स्थान पर हुई थी।

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